बिलासपुर /रंजू जमवाल
बिलासपुर में जल शक्ति विभाग द्वारा विश्व जल दिवस बड़ी हर्षोल्लास से
मनाया गया। इस अवसर पर स्कूली बच्चों द्वारा बिलासपुर नगर में रैली निकालकर
जागरूकता का संदेश दिया। जल शक्ति विभाग के कनिष्ठ अभियंता सीआर चैधरी की
अगवाई में आयोजित इस कार्यक्रम में छात्र व छात्रा स्कूल के
विद्यार्थियों ने हाथों में तख्तियां लेकर लोगों को जल संरक्षण को लेकर
जागरूक किया। यह रैली रौड़ा सेक्टर से निकलकर बीच बाजार होते हुए कोर्ट
रोड़ और उपशिक्षा निदेशक कार्यालय तक गई फिर शहीद स्मारक पर रैली का समापन
हुआ। जहां पर विभाग की ओर से बच्चों को रिफ्रैशमेंट दी। वहीं आईपीएच
विभाग के कनिष्ठ अभियंता सीआर चैधरी ने कहा कि वर्तमान में पानी की
अहमियत को यदि न समझा गया तो आने वाले समय में यह संकट और गहरा जाएगा।
उन्होंने कहा कि विश्व में पानी के घटते स्तर तथा गुणवता को लेकर चिंता
का होना स्वाभाविक है। विश्व के विज्ञानिक केवल पानी बचाव के लिए कार्य
कर रहे हैं। पानी बचाने को लेकर ही हर साल 22 मार्च को विश्व जल दिवस
मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि पृथ्वी के 71 प्रतिशत हिस्से पर पानी है
लेकिन इसमें से केवल 3 प्रतिशत पानी ही पीने योग्य है। विश्व भर में आज
भी लोग पीने के पानी के लिए तरसते हैं। जिस तरह से पीने लायक पानी पृथ्वी
से कम होता जा रहा है, आने वाली पीढ़ी के लिए साफ और मीठा पानी बचा पाना
मुश्किल हो रहा है। सीआर चैधरी ने कहा कि लोगों को जल का महत्व बताने और
जल संरक्षण करने के लिए हर साल विश्व जल दिवस मनाया जाता है। वहीं राजकीय
वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला छात्र के अर्थशास्त्र प्रवक्ता सुधीर गौतम व
हिंदी प्रवक्ता पूनम कौंडल ने लोगों को पानी के बचाव को लेकर कहा कि मानव
जीवन की मूलभूत जरूरत पानी है। इसलिए पानी के महत्व को समय रहते समझना
होगा। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि वे पानी के महत्व को समझें और
पानी बचाने के लिए अभी से प्रयास करना शुरू करें। पानी बचाने का मतलब
जीवन बचाना है।